About Us · हमारे बारे में

शिवशक्ति 108 सेवा महासंघ

“सेवा ही धर्म है, और धर्म ही जीवन का उद्देश्य है।”

हमारे बारे में

शिवशक्ति 108 सेवा महासंघ एक सामाजिक, सांस्कृतिक और आध्यात्मिक संगठन है जो “सेवा ही धर्म है और धर्म ही जीवन का उद्देश्य है” के सिद्धांत पर कार्यरत है। समिति का ध्येय मानव सेवा, सनातन संस्कृति का उत्थान और समाज के प्रत्येक वर्ग का कल्याण है। भगवान शिव व महाकाल की भक्ति के प्रसार हेतु समिति धार्मिक यात्राएँ, यज्ञ, रुद्राभिषेक व विविध आध्यात्मिक आयोजन करती है; साथ ही भारतीय संस्कृति, धरोहर और वैदिक परंपराओं के संरक्षण पर विशेष ध्यान देती है।

हम शिक्षा, महिला सशक्तिकरण, बाल व वृद्ध कल्याण, स्वास्थ्य सेवा, नशा मुक्ति, पर्यावरण व पशु संरक्षण, खेल-कूद, कला-संस्कृति, सामाजिक समरसता तथा आपदा राहत जैसे क्षेत्रों में कार्यरत हैं। इसके साथ डिजिटल साक्षरता, मानसिक स्वास्थ्य, दिव्यांग सशक्तिकरण, हरित ऊर्जा, वित्तीय साक्षरता, ग्रामीण विकास, सुलभ आवास, प्रवासी श्रमिक सहायता, गोद लेने व पालक देखभाल, और रोजगार-सृजन जैसे नवीन उन्नत उद्देश्यों को भी अपनाया गया है।

उद्देश्य (Objectives)

आध्यात्मिक और सांस्कृतिक उद्देश्य

  • भगवान शिव, महाकाल और सनातन धर्म की भक्ति को बढ़ावा देना।
  • आध्यात्मिक यात्राएँ, रुद्राभिषेक, यज्ञ और धार्मिक आयोजन करना।
  • भारतीय संस्कृति, धरोहर और वैदिक परंपराओं का संरक्षण व प्रचार करना।

अन्य उद्देश्य

  • वंचित बच्चों को शिक्षा प्रदान करना।
  • महिला सशक्तिकरण और लैंगिक समानता के लिए कार्य करना।
  • हाशिए पर खड़े समुदायों को स्वास्थ्य सेवाएं देना।
  • पर्यावरण संरक्षण और सतत प्रथाओं को बढ़ावा देना।
  • कौशल विकास के माध्यम से रोजगार के अवसर उत्पन्न करना।
  • गरीबी उन्मूलन और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देना।
  • आपदा प्रभावित क्षेत्रों में राहत और पुनर्वास प्रदान करना।
  • बच्चों, महिलाओं और वृद्धों के अधिकारों की रक्षा करना।
  • भारत की कला, संस्कृति और विरासत को बढ़ावा देना।
  • पशु कल्याण और क्रूरता की रोकथाम के लिए कार्य करना।
  • स्वच्छ जल और स्वच्छता पहलों का समर्थन करना।
  • स्वास्थ्य, शिक्षा और अधिकारों पर जागरूकता अभियान चलाना।
  • युवाओं में खेल और शारीरिक गतिविधियों को प्रोत्साहित करना।
  • वृद्धजन देखभाल और सहायता सेवाएं प्रदान करना।
  • ग्रामीण विकास और शहरी गरीबी उन्मूलन पर कार्य करना।
  • सामाजिक कल्याण हेतु सरकारी एवं निजी संस्थाओं से सहयोग करना।
नवीन उन्नत उद्देश्य (New Enhanced Objectives) — विस्तृत सूची
  • डिजिटल साक्षरता को बढ़ावा देना और डिजिटल खाई को पाटना।
  • मानसिक स्वास्थ्य जागरूकता और परामर्श सेवाओं का समर्थन करना।
  • दिव्यांग व्यक्तियों को समावेशी कार्यक्रमों के माध्यम से सशक्त बनाना।
  • जैविक खेती और किसान कल्याण योजनाओं को प्रोत्साहित करना।
  • गरीबों के लिए सस्ते आवास परियोजनाओं की सुविधा प्रदान करना।
  • हाशिए पर खड़े समूहों के लिए कानूनी सहायता और न्याय तक पहुंच सुनिश्चित करना।
  • सौर और पवन ऊर्जा जैसी हरित ऊर्जा समाधानों को बढ़ावा देना।
  • नशा मुक्ति व पुनर्वास कार्यक्रम चलाना।
  • स्वैच्छिक रक्तदान और अंगदान जागरूकता को प्रोत्साहित करना।
  • ग्रामीण क्षेत्रों में सामुदायिक पुस्तकालय और ज्ञान केंद्र स्थापित करना।
  • प्रवासी श्रमिकों को कल्याणकारी योजनाओं और कानूनी संरक्षण में सहायता देना।
  • गरीबों में वित्तीय साक्षरता और बैंकिंग पहुंच को बढ़ावा देना।
  • जमीनी स्तर पर जलवायु परिवर्तन शमन प्रयासों को प्रोत्साहित करना।
  • सुरक्षित बाल गोद लेने और पालक देखभाल कार्यक्रमों के लिए कार्य करना।
  • कमजोर वर्गों के हित में नीतिगत परिवर्तनों की वकालत करना।
  • विकास प्रक्रिया में समावेशी वृद्धि और समानता सुनिश्चित करना।
  • सेवा-आधारित परियोजनाओं के माध्यम से रोजगार सृजित करना।
  • राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय आध्यात्मिक व सामाजिक संस्थाओं से सहयोग करना।
  • भारतभर में शाखाएं, केंद्र और अध्याय स्थापित करना।
  • संतों, आध्यात्मिक गुरुओं और समाजसेवियों का सम्मान करना।
  • उपर्युक्त उद्देश्यों की प्राप्ति हेतु सभी वैध गतिविधियाँ करना।